याद हमारी आती उनको ,जब काम करारा होता है।
उस दिन बिना हमारे उनका,नहीं गुज़ारा होता है।।
आम दिनों मे मिलते हैं ताे,हमसे नज़र चुराते हैं।
कठिन दिनों में ढूँढ के मिलते,स्वागत में पलके बिछाते हैं।।
एक बार ,यह गलती कह दूं पर वो हर बार इसे दुहराते हैं।
मुझे मूर्ख वे समझ समझ कर,स्वयं में खुश हो जाते हैं ।।
याद दिला दूँ तुमको,हरदम काम तुम्हारा होता है ।
जानबूझ कर अनजान दिखाना ,अंदाज़ हमारा होता है।।
मदद करा था,मदद करा हूँ,मदद करूँगा मरते दम तक।
क्योंकि फिर जो चैन है मिलता,वो बहुत हीं प्यारा होता है।।
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